मार्वल कॉमिक्स… अरे वाह, मार्वल कॉमिक्स! सुपरहीरो और कॉमिक्स की दुनिया का बादशाह। इतनी पुरानी कंपनी है कि शायद आपके दादा-परदादा ने भी इसे पढ़ा होगा (अगर वो कॉमिक्स पढ़ने वाले टाइप थे तो)। 1939 में इसका नाम टाइमली कॉमिक्स था, और तभी से इसने धूम मचाना शुरू कर दिया था। गोल्डन एज में तो भाईसाहब, इसकी पॉपुलैरिटी आसमान छू रही थी। फिर आया सिल्वर एज, और उस वक्त तो ऐसा लगा मानो मार्वल की किस्मत ही खुल गई हो।
इसी दौर में हमें मिले स्पाइडर-मैन जैसा मकड़ी-मानव, आयरन मैन जैसा उड़ने वाला अमीर, थॉर जैसा हथौड़ा फेंकने वाला देवता और एक्स-मेन जैसे सुपरपावर वाले म्यूटेंट। लेकिन आज भी लोग पूछते हैं – मार्वल का पहला हीरो कौन था? क्या वो कैप्टन अमेरिका था या स्पाइडर-मैन?
आप मानो या न मानो, जवाब वही नहीं है जो आप सोच रहे हैं!
मार्वल कॉमिक्स #1: डीसी को सीधी टक्कर!
1939 में जब टाइमली कॉमिक्स का नाम बदलकर मार्वल कॉमिक्स रखा गया, तो इसका एक ही इरादा था – डीसी (तब जिसे नेशनल पब्लिकेशन्स कहा जाता था) को चुनौती देना। डीसी के पास पहले से ही सुपरमैन, बैटमैन और वंडर वुमन जैसे हिट सुपरहीरो थे और वो बाज़ार पर राज कर रहा था।

मार्वल ने सोचा – “हम भी पीछे क्यों रहें!” और निकाली अपनी पहली कॉमिक मार्वल कॉमिक्स #1। इसमें कुछ हीरो ऐसे थे, जो आज के अवेंजर्स जितने फेमस तो नहीं थे, पर शुरुआत वहीं से हुई। इसमें ह्यूमन टॉर्च जैसे गोल्डन एज हीरो भी थे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसमें एक ऐसा हीरो भी था जिसने सबसे पहले मार्वल की दुनिया का दरवाज़ा खोला?
तो क्या पहला हीरो नामोर था? या कैप्टन अमेरिका?
कई लोग सोचते हैं – “अरे, पहला हीरो तो नामोर ही होगा!” कुछ नामोर के हक़ में तर्क भी देते हैं। वहीं कुछ मानते हैं कि कैप्टन अमेरिका पहला असली मार्वल हीरो था, जिसे जो साइमन और जैक किर्बी ने बनाया। यह मानना भी ठीक है, क्योंकि कैप्टन अमेरिका कॉमिक्स #1 को मार्वल का एक्शन कॉमिक्स #1 कहा जाता है।
लेकिन, असल में पहला हीरो वो नहीं है।
वैसे, मार्वल यूनिवर्स की असली शुरुआत अर्थ-616 से मानी जाती है, जो 1961 में फैंटास्टिक फोर से शुरू हुआ। उसके बाद 1963 में अवेंजर्स #1, एक्स-मेन #1 और स्पाइडर-मैन आए और खेल ही बदल गया। मगर इनसे भी पहले एक हीरो दुनिया के सामने आ चुका था।
थॉर और हरक्यूलिस?
कुछ फैंस कहते हैं कि पौराणिक किरदार जैसे थॉर और हरक्यूलिस को पहला मार्वल हीरो मानना चाहिए। आखिर इनकी कहानियां तो कॉमिक्स से भी पुरानी हैं। लेकिन सच्चाई ये है कि मार्वल ने इन्हें पूरी तरह नए अंदाज़ में पेश किया।
जैसे 1962 में जब डॉ. डोनाल्ड ब्लेक को एक जादुई छड़ी मिली और वो सुनहरे बालों वाले देवता, थॉर में बदल गए। पर इन्हें भी पहला मार्वल सुपरहीरो नहीं माना जाता।
तो आखिर था कौन?
असली ट्विस्ट – का–ज़ार!
अब आता है मजेदार मोड़। मार्टिन गुडमैन, जो मार्वल पब्लिशिंग के मालिक थे, उन्होंने ही 1939 में टाइमली कॉमिक्स की नींव रखी। उनकी पहली कॉमिक मार्वल कॉमिक्स #1 में हमें मिले – का-ज़ार, नामोर, मास्क्ड रेडर और ह्यूमन टॉर्च।
का-ज़ार की कहानियां इतनी पॉपुलर हुईं कि जब कॉमिक्स का नाम बदलकर मार्वल मिस्ट्री कॉमिक्स हुआ, तब भी उसका सफर जारी रहा।
लेकिन ध्यान रहे – गोल्डन एज का का-ज़ार आज वाले का-ज़ार से अलग था। वो डेविड रैंड नाम का एक लड़का था, जो बिल्कुल टार्जन जैसा दिखता और रहता था। शायद कॉपीराइट के झंझट से बचने के लिए मार्वल को बाद में इसे बदलना पड़ा।
सैवेज लैंड – टार्जन का जंगल, पर और भी खतरनाक!
का-ज़ार का घर था सैवेज लैंड, जो अंटार्कटिका में छिपा हुआ एक जंगल था। यहाँ सिर्फ पेड़-पौधे नहीं, बल्कि डायनासोर और अजीबोगरीब राक्षस भी रहते थे। ये जगह बिल्कुल टार्जन के अफ्रीका जैसी नहीं थी, बल्कि कई गुना ज्यादा रोमांचक थी।
बाद में स्टेन ली और जैक किर्बी ने एक्स-मेन के लिए का-ज़ार का नया वर्जन बनाया। इस बार का-ज़ार था केविन प्लंडर – जिसके माता-पिता मारे गए थे और वो सैवेज लैंड में शिकारियों की तरह पलने लगा। बाद में पता चला कि ये जगह एलियंस ने बनाई थी, ताकि वो इंसानों के विकास का अध्ययन कर सकें।
तो याद रखो – पहला मार्वल हीरो था का–ज़ार!
तो अगली बार कोई पूछे कि मार्वल का पहला हीरो कौन था, तो आप बड़े स्टाइल से कह सकते हैं – “भाई, वो था का-ज़ार!”
और फिर देखना, सामने वाले का चेहरा हैरानी से खुला का खुला रह जाएगा!